"ताजमहल से नहीं, छत्रपति शिवाजी महाराज से है आगरा की पहचान"
विक्की कौशल की फिल्म छावा रिलीज होने के बाद से, देश में औरंगजेब, शिवाजी और संभाजी की पहचान, उनके काम और उनके निशान को लेकर विवाद तेज हो गया है, और यह मुद्दा अब इतिहास की किताबों से निकलकर सियासी संग्राम में बदल चुका है। इस बहस में एक नया सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या आगरा की पहचान ताजमहल से होनी चाहिए या फिर शिवाजी महाराज से। यह मुद्दा अब और भी गर्मा गया है, खासतौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद। सीएम योगी कल आगरा में थे और उन्होंने कहा कि आगरा की असली पहचान छत्रपति शिवाजी महाराज से है, न कि मुगलों से। उन्होंने यह भी कहा कि आगरा का संबंध बृजभूमि से है, और इसका कोई संबंध मुगलों से नहीं है। इसके अलावा, योगी आदित्यनाथ ने यह भी घोषणा की कि आगरा में एक म्यूजियम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर बनेगा, जिससे उनकी वीरता और योगदान को सम्मान मिलेगा। इस बयान ने आगरा की पहचान और ताजमहल को लेकर नए विवाद को जन्म दिया है, जो अब सियासी बहस का हिस्सा बन चुका है।
एक टिप्पणी छोड़ें